Akshay mahida
Joined - November 2024
Mystery of missing note। एक ऐसा मिसिंग नोट जिसमे गुम होने वाला मिसिंग नोट तो लिखता हे। पर कभी उसका पता नहीं चल पता के वो कहाँ गया । इस मिस्ट्री का पता लगाने पुलिस दिन रात एक कर देती हे।
ठाणे पुलीस स्टेशन इनचार्ज शिवाय शिंदे अपने डेस्क पर बेठे थे। तभी एक ओरत अपने बच्चे की मिसिंग कंप्लेंट लिखाने आती हे। लेडी रोते रोते कांस्टेबल को कहती हे मेरा बच्चा २ दिन से लापता हे। कांस्टेबल उनकी रिर्पोट लिखता हे। ओर उस लेडी के घर पे तलाशी लेने जाता हे। वहाँ उन्हें एक मिसिंग नोट मिलती हे। लिखा होता हे में हार गया हूँ और कहीं दूर जा रहा हूँ। पुलीस तलाश तो बोहत करती हे एक महिना गुज़र जाता हे। पर कोई पता नहीं लगता। ना कहीं कोई डेड बॉडी मिलती हे। तभी एक सयोंग होता हे। मुंबई के कई पुलीस स्टेशन से इस तरह की रिपोर्ट आती हे जिसमे सेम टू सेम कहानी हे। मिसिंग नोट तो हे पर विक्टम का कोई अता पता नहीं। मामला गंभीर हो चुका हे। और जादा तर विक्टिम स्टूडेंट थे। शिवाय शिंदे जो केस को हैंडल कर रहे थे उन्हें बोहत बड़ी लीड मिलने वाली थी इस केस में। पर उसकी कीमत भारी थी शिवाय शिंदे के बेटा अथर्व एक दिन मिसिंग रहता हे। शिवाय कि पत्नी उन्हें कॉल करके कहती हे। अथर्व मिसिंग हे बोहत देर हो गई घर नहीं आया। शिवाय घर जाता हे। और अथर्व का बैग चेक करते हे। उसमे से वही मिसिंग नोट मिलता हे। उसमे लिखा था पापा सॉरी मुजे लगता हे में फेल हो जाऊँगा इसी लिए घर छोड़ कर जा रहा हूँ। शिवाय शिंदे परेशान हो जाते हे के अब क्या करे। अथर्व के पास एक घड़ी थी। घड़ी ट्रेक हो सकती थी। घड़ी को ट्रैक करते शिवाय अपने बेटे तक पोहच जाता हे। तभी अथर्व की घड़ी किसी ओर आदमी के हाथ में पायी जाती हे। उन्हें वहाँ अथर्व नहीं मिलता पर मिसिंग नोट की मिस्ट्री सुलझने वाली थी। वहाँ से शिवाय को पता चलता हे की ये एक बोहत बड़ा ऑर्गन स्कैम हे। जिस्मे में स्टूडेंट को प्रोत्साहित किया जाता हे घर से भाग कर अपने मन की करने को। फिर उनके बॉडी पार्ट को निकाल कर बेच दिया जाता हे। ये एक बोहत बड़ा स्कैम था जिस्मे घर से परेशान, पढ़ाय से डिप्रेस्ड बच्चो को टार्गेट किया जाता था। जिसमे बच्चो को लालच दे कर फसाया जाता हे। की बिना घरवालो के भी वो बोहत कुछ कर सकते हे। इस स्कैम को अंजाम देने के लिए ग्राउंड लेवल पे एक बोहत बड़ी टीम थी। उस टीम के दो लोगो को पकड़ लिया था शिवाय शिंदे ने। परंतु अथर्व का क्या हुआ। पहली बार विक्टिम की डेड बॉडी मिलती हे। डेड बॉडी अथर्व की थी।अथर्व के बॉडी ऑर्गन निकाल लिए गए थे। शिवाय शिंदे के पैरो तले जमीन खिसक जाती हे। शिवाय शिंदे गुनहगार तक पोहचने के सारे तरीक़े आज़मा लेता हे और प्लान का मास्टर माइंड डॉ जोशेप पकड़ा जाता हे। पर जोशेप एक प्यादा था। इस स्कैम का असली मास्टर माइंड कोई और था
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